कल सड़क से गुज़रा
तो एक शख़्स
फकीर को खाना खिला रहा था
दिखने में तो इन्सान था
लेकिन सोचने वाली बात ये है
वो हिंदु था
के मुसलमान था?
परसो दामिनी मरी
कल जुनैद मरा
लगता है मारने वाले को
अपने खयालों का बेहद ही गुमान था
पर ये तो बताएँ
वो हिंदु था
के मुसलमान था?
शबाना की हथेली पर चंद रूपये रखकर
उसकी मरती अम्मी को
एक बेनाम शख़्स ने बचाया
शबाना के लिए तो वो ही भगवान था
लेकिन मुझे कोई ये तो बताये
वो हिंदु था
के मुसलमान था?
कल सरिता के कपड़े फटे हुए
और जिस्म लहू-लुहान था
बिन दुपट्टे के
उसका वजूद ही मानो गुमनाम था
अब ये बताओ, वो दरिंदा
हिंदु था
के मुसलमान था?
कल नफरत की आग में
जल रहा, लुट रहा, मिट रहा
मेरा पूरा मुल्क परेशान था
तेरा नहीं, मेरा नहीं
वो तो हमारा हिन्दुस्तान था
कोई अब तो बता दो
कि भड़काने वाला
हिंदु था
के मुसलमान था?
Picture credit- Pinterest